[प्रभु] आप चुपचाप मुझ तक आएंगे, और मैं आपको स्वर्ग से मन्ना लाऊंगा, जो मेरा दिल के लिए जलता हुआ आग है हर एक आपके दिलों के लिए, क्योंकि आप सभी मेरे प्रिय हैं, और मैंने अपने प्यार की धारा को प्रत्येक आपके दिल में बहाया है।
लेकिन मेरी छोटी आत्माएँ मुझसे भी ज्यादा मेरा हूँ, मेरी छोटी आत्माओं, वे जो अपना दिल और नजरें मुझे कर देते हैं, वे दुनिया से दूर हटकर अपने जीवनों को मेरे लिए दे देते हैं और जिन्होंने मेरे कदमचिन्हों पर चलना शुरू किया है। ओह! ये आत्माएँ मुझको कितनी खुशी देता हैं, प्यार के आदान-प्रदान की कितनी सुखद अनुभव! और मैं जो प्यार हूँ वह इन आत्माओं की मुस्कुराहट से भरा हुआ है।